Tuesday, 29 July 2025

समय और शिक्षा का सदुपयोग ही सफलता की कुंजी है” – पंकज गुप्ता ‘पंकी’


  प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ ऋषभ सैनी 


बाराबंकी। डलपुरवा गांव की प्रतिभाशाली बालिका पूजा पाल ने नवाचार के क्षेत्र में ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो न सिर्फ उसके गांव बल्कि पूरे जनपद के लिए गर्व का विषय बन गया है। उसकी वैज्ञानिक सोच और अभिनव प्रयास के लिए इंडियन स्टूडेंट पॉवर संस्था ने उसे विशेष रूप से सम्मानित किया। संस्था के संरक्षक एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पंकज गुप्ता ‘पंकी’ स्वयं डलपुरवा पहुंचकर पूजा को सम्मानित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूजा को कुर्सी, मेज, बैग, स्मार्ट वॉच, अलार्म वॉच और टेबल लैंप जैसी बहुउपयोगी शैक्षिक सामग्री भेंट की और भविष्य में हरसंभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।

इस अवसर पर पंकज गुप्ता ने प्रेरणादायक शब्दों में कहा –

"तुम्हारी शख़्सियत से ये सबक लेंगी नई नस्लें, वही मंज़िल पे पहुँचा है जो अपने पाँव चलता है..."

उन्होंने कहा कि पूजा पाल ने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद एक धूल रहित थ्रेसर मशीन का निर्माण कर यह सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा किसी साधन की मोहताज नहीं होती। यह मॉडल पर्यावरण के साथ-साथ किसानों के स्वास्थ्य के लिए भी वरदान साबित हो सकता है।

पूजा के इस अद्भुत प्रयास को देखते हुए इंडियन स्टूडेंट पॉवर के अध्यक्ष सिद्धार्थ कनौजिया ने उसे ‘बाल वैज्ञानिक’ की उपाधि से नवाजा और स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे होनहार बच्चों को प्रोत्साहित करना केवल संस्था नहीं, बल्कि समाज की भी ज़िम्मेदारी है। कार्यक्रम के दौरान मोहम्मद शादाब, जया श्रीवास्तव, आशीष सिंह, अमित सिंह, रवि धीमान, बृजेश गौतम, कपिल कनौजिया, श्रवण कुमार सहित कई सम्मानित जन उपस्थित रहे।



 

Sunday, 27 July 2025

औसानेश्वर महादेव मंदिर में करंट से मचा कोहराम, सावन सोमवार पर भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत, तीन दर्जन से अधिक घायल


 

    प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ ऋषभ सैनी 

 

भीड़ में फैला करंट, मंदिर परिसर में अफरा-तफरी, बिजली के तार से हुआ हादसा


बाराबंकी।सावन के तीसरे सोमवार को जिले के प्रसिद्ध औसानेश्वर महादेव मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। जलाभिषेक के दौरान करंट फैलने से भगदड़ मच गई, जिसमें दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि करीब 38 लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और दर्शन-पूजा कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई। घटना सोमवार को सुबह लगभग 3 बजे की है जब मंदिर परिसर में जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ मौजूद थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक बंदर बिजली के तार पर कूद गया, जिससे तार टूटकर मंदिर परिसर के टीन शेड पर गिर गया। करंट शेड में फैलते ही लोग बेकाबू हो गए और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

 हादसे में थाना लोनीकटरा के मुबारकपुरा निवासी 22 वर्षीय प्रशांत और एक अन्य श्रद्धालु की मौत हुई। दोनों को त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

घायलों में से 10 को त्रिवेदीगंज सीएचसी ले जाया गया, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई गई और उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं हैदरगढ़ सीएचसी में 26 घायलों का इलाज जारी है, जिनमें से एक को गंभीर हालत में रेफर किया गया।

घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अपूर्व विजयवर्गीय तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण किया और चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा की। मंदिर परिसर की बिजली आपूर्ति को तत्काल बंद कर दिया गया और इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया।




महिला श्रद्धालु से बदसलूकी, चेन गायब और पुलिसिया रौब का वीडियो वायरल


   प्राइम भारत न्यूज

न्यूज डेस्क _ ऋषभ सैनी 


मजीठा मेले में सेवा की जगह सलूक में दिखा 'हिटलरी अंदाज़', दरोगा और महिला सिपाही पर गम्भीर आरोप, श्रद्धा को अपमान में बदलने वाली घटना से उठा पुलिस पर भरोसे का सवाल


बाराबंकी। जनपद के सतरिख थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध मजीठा नाग देवता मंदिर में सावन के मेले के दौरान पुलिस व्यवस्था तैनात तो की गई थी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए, मगर एक महिला श्रद्धालु के साथ जो कुछ हुआ, उसने पुलिस के आचरण पर गहरे प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पीड़िता महिला का आरोप है कि जब वह शिकायत दर्ज कराने गई, तो दरोगा ने उससे न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि मारपीट तक पर उतर आए। वहीं महिला कांस्टेबल  पर चेन गायब करने का आरोप लगा है। महिला ने बताया कि कांस्टेबल ने पहले गले से पल्लू हटवाकर पूछा कि चेन सोने की है या नहीं, और फिर साड़ी में बांधने के बहाने चुपचाप गायब कर दी।

इस घटनाक्रम से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पीड़िता की व्यथा और पुलिस का रूखा व्यवहार साफ देखा जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर पुलिस का ऐसा व्यवहार न केवल महिला सम्मान के खिलाफ है, बल्कि धार्मिक आस्था को भी ठेस पहुंचाता है।

जनपद के आला अधिकारी जैसे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक, जहाँ लोगों की समस्याएं शालीनता और संवेदनशीलता से सुनते और समाधान करते हैं, वहीं ऐसे पुलिसकर्मी उस सकारात्मक छवि को धूमिल कर रहे हैं। मजीठा मेले की ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों को यह सिखाना चाहिए कि जनता के साथ व्यवहार कैसे किया जाता है। दरअसल, कुछ वर्दीधारी अब हिटलरी सोच लेकर अपने पद का उपयोग नहीं, दुरुपयोग कर रहे हैं। लोगों का प्रश्न पूछना उन्हें अपनी "शान में गुस्ताखी" लगने लगा है, और जवाब में मिलता है अमर्यादित भाषा और दमन। ये रवैया लोकतंत्र में नहीं, तानाशाही में होता है – और इसपर तुरंत अंकुश लगाया जाना चाहिए। एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण और पुलिस सुधार की बात करती है, वहीं दूसरी ओर मेले में श्रद्धालुओं को सुरक्षा देने के बजाय डर दिया जा रहा है। अगर ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं हुई तो यह न केवल पुलिस की छवि को, बल्कि प्रशासन की नीयत को भी कटघरे में लाएगा।

 

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन की बैठक में संगठन विस्तार पर मंथन, इंजी. जयदीप सिंह का हुआ भव्य स्वागत


   प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क _ ऋषभ सैनी 


हरख बाजार में व्यापारियों ने किया जोरदार स्वागत, युवाओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिला अध्यक्ष इंजी. जयदीप सिंह का रविवार को हरख ब्लॉक सभागार में जोरदार स्वागत किया गया। सैकड़ों की संख्या में व्यापारियों की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक का आयोजन संगठन के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र वर्मा के संयोजन में किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए इंजी. जयदीप सिंह ने कहा कि "युवा वर्ग किसी भी संगठन की रीढ़ की हड्डी होता है। जब तक संगठन में युवा सक्रिय नहीं होंगे, तब तक संगठन मजबूती से नहीं खड़ा हो सकता।" उन्होंने आगे कहा कि व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए संगठन हर समय उनके साथ खड़ा है। "यदि किसी व्यापारी को किसी भी प्रकार की परेशानी होती है, तो संगठन कंधे से कंधा मिलाकर उसका साथ देगा," उन्होंने कहा।

बैठक के दौरान संगठन विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें चट्टान सिंह को हरख बाजार अध्यक्ष, श्याम गुप्ता को सूरतगंज बाजार अध्यक्ष, एवं कृष्णा चौहान को युवा जिला अध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। कार्यक्रम में संगठन के अन्य प्रमुख पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से,  महामंत्री भूपेंद्र शुक्ला , जिला उपाध्यक्ष कृपाशंकर  शुक्ला, उपाध्यक्ष मोनू त्रिवेदी, उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम टंडन, कोषाध्यक्ष मयंक गुप्ता, विधिक सलाहकार ऋषि कालरा, जिला मीडिया प्रभारी अमरेश शुक्ला,मंत्री असद साजिद, महफूज किदवई,शहर अध्यक्ष मन्नू लाल चौरसिया, शहर महामंत्री मुकेश त्रिवेदी,वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल गुप्ता, कोषाध्यक्ष सौरभ शर्मा, शहर उपाध्यक्ष संतोष कश्यप,शहर उपाध्यक्ष मनोज रस्तोगी, उपाध्यक्ष देवी शंकर रस्तोगी, मंत्री संतोष कश्यप, मंत्री अरुण कुमार  इत्यादि पदाधिकारी उपस्थित रहे सभी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित किया ।




Saturday, 26 July 2025

किसान नेतृत्व में युवा जोश की दस्तक: अमन शर्मा ‘सोनू’ बने अयोध्या युवा मंडल अध्यक्ष


  प्राइम भारत न्यूज

न्यूज डेस्क _ ऋषभ सैनी 


जिला अस्पताल में हार्ट स्पेशलिस्ट तक नहीं — भाकियू भानु ने खोली स्वास्थ्य तंत्र की पोल, बाराबंकी की जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं पर बिफरा संगठन, कहा—अब सड़कों पर भी उतरेगी युवा क्रांति, मांगें नहीं मानीं तो होगा आंदोलन तेज


बाराबंकी। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के सदस्यता अभियान को नई दिशा और गति देने के उद्देश्य से शनिवार को मंडल कार्यालय बड़ेल में संगठन ने अहम जिम्मेदारियां सौंपी। अमन शर्मा उर्फ सोनू शर्मा को युवा मंडल अध्यक्ष (अयोध्या) और मोहम्मद कदीर को युवा मंडल उपाध्यक्ष (अयोध्या) नियुक्त किया गया।कार्यक्रम के दौरान युवा प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव बब्लू ने कहा कि संगठन अब युवाओं के कंधों पर भरोसा जताकर जन-आंदोलन को मजबूत बनाएगा। उन्होंने बाराबंकी की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था पर कड़ा सवाल उठाते हुए कहा, “जिला अस्पताल में आज तक एक भी हार्ट स्पेशलिस्ट की नियुक्ति नहीं हुई — यह केवल स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि आमजन की जिंदगी से जुड़ा गंभीर संकट है।” उन्होंने ऐलान किया कि भाकियू भानु जल्द ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपेगा।

अमन शर्मा और मोहम्मद कदीर की नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। तालियों की गूंज और नारों के साथ दोनों नव-नियुक्त पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। संगठन ने विश्वास जताया कि ये युवा नेता किसानों की आवाज को हर मंच पर मजबूती से उठाएंगे।

इस मौके पर कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे_

धर्मेंद्र यादव बब्लू (युवा प्रदेश अध्यक्ष), रवि वर्मा (मंडल अध्यक्ष), खालिद खान (मंडल महामंत्री), देशराज वर्मा (युवा जिला अध्यक्ष), अमरेंद्र यादव (मंडल मंत्री छात्र सभा), रमन यादव (मंडल उपाध्यक्ष छात्र सभा), उस्मान वारसी (मंडल सचिव), सुनील यादव (किसान नेता), शिवम श्रीवास्तव (जिला महामंत्री छात्र सभा) सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Sunday, 20 July 2025

महिला गरिमा पर हमले बर्दाश्त नहीं, समाजसेवी निहाल अहमद सिद्दीकी ने उठाई आवाज, सांसद इकरा हसन के साथ खड़े हुए"




     प्राइम भारत न्यूज
न्यूज डेस्क_ मोहम्मद अहमद 


बाराबंकी। लोकतंत्र में महिलाओं की गरिमा और सम्मान के खिलाफ़ की जा रही अभद्र टिप्पणियों पर अब समाज ने भी सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है। बाराबंकी के चर्चित समाजसेवी निहाल अहमद सिद्दीकी ने रविवार को प्राइम भारत संवाददाता मोहम्मद अहमद खास से बातचीत, में करणी सेना के एक पदाधिकारी द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की। सिद्दीकी ने कहा—"जिस समाज में महिलाओं का अपमान खुले मंचों से होने लगे, वहां लोकतंत्र की आत्मा घायल होती है। सांसद बहन इकरा हसन पर की गई अभद्र टिप्पणी न केवल निंदनीय है बल्कि समाज की सोच पर भी सवाल खड़ा करती है।" निहाल अहमद सिद्दीकी ने स्पष्ट कहा कि आज तक किसी सांसद या विधायक ने इकरा हसन के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की, मगर खुद को करणी सेना का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बताने वाले योगेंद्र सिंह राणा ने मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ दीं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और करणी सेना के शीर्ष नेतृत्व से अपील की कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में कोई भी बहन-बेटी के सम्मान पर उंगली उठाने की हिम्मत न कर सके। “नारी गरिमा पर प्रहार, लोकतंत्र पर हमला है।: समाजसेवी सिद्दीकी ने यह भी कहा कि सरकार को चाहिए कि अभद्र भाषा और विवादित बयानों पर तत्काल रोक लगाने के लिए कड़े कानून और सख्त कार्यवाही की प्रक्रिया अपनाए। ताकि कोई भी व्यक्ति अपने पद या संगठन की आड़ में महिलाओं के प्रति असभ्य आचरण न कर सके। आवाज उठाना जरूरी है: यह मामला केवल सांसद इकरा हसन का नहीं है, बल्कि हर उस महिला का है जो समाज में सम्मान की हकदार है। आज जरूरत है कि जनता जागे, अपने संवैधानिक अधिकारों को समझे और ऐसे बयानों के खिलाफ सख्त सामाजिक और कानूनी प्रतिकार करे। यह लड़ाई नारी सम्मान की है। लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी जरूरी है, मगर उसके नाम पर महिलाओं का अपमान—यह हरगिज़ बर्दाश्त नहीं। अब समय है कि समाज मिलकर कहे—महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त लगाम लगे!"

 

मौत के सौदागर बने डॉक्टर? मामूली बीमारी में ऑपरेशन और फिर मौत, आस्था हॉस्पिटल पर फिर उठे सवाल"


   प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क _ ऋषभ सैनी 


गले की तकलीफ में ऑपरेशन क्यों?', 'क्यों बिगड़ी हालत?', 'कब तक चलता रहेगा आस्था हॉस्पिटल का ये खौफनाक खेल?'


बाराबंकी। आस्था हॉस्पिटल — एक नाम, जो अब लोगों के लिए इलाज से ज़्यादा डर का पर्याय बन चुका है। इसी अस्पताल में रविवार को फिर एक दर्दनाक और संदिग्ध मौत हुई। मृतक युवक का नाम गुफरान था, जिसे शनिवार को मामूली गले और नाक की दिक्कत के चलते भर्ती किया गया था।

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने हालात को बिना गंभीरता से समझे, सीधे ऑपरेशन की सलाह दी — और फिर वही हुआ जिसका डर था। ऑपरेशन के बाद गुफरान की तबीयत बिगड़ती चली गई, और रविवार दोपहर उसकी मौत हो गई।

गम और गुस्से से भरे परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। परिजनों का कहना है कि गुफरान की हालत पहले से बिल्कुल सामान्य थी, लेकिन आस्था हॉस्पिटल ने उसे एक ‘कमाई के केस’ की तरह ट्रीट किया, नतीजा – मौत।

सूचना मिलते ही नगर कोतवाली प्रभारी अस्पताल पहुंचे और परिवार को कार्रवाई का भरोसा देकर मामला शांत कराया, लेकिन सवाल जस का तस है — क्या इस बार भी मौत की ये कहानी सिर्फ 'कार्रवाई के आश्वासन' में ही दफन हो जाएगी?

गौरतलब है कि ये कोई पहली घटना नहीं है। आस्था हॉस्पिटल पहले भी दर्जनों बार लापरवाही, फर्जीवाड़े और संदिग्ध इलाज के मामलों में घिर चुका है। लेकिन हर बार किसी अदृश्य 'प्रशासनिक छतरी' ने इसे बचा लिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल की प्रशासन में गहरी पकड़ है, इसलिए चाहे जितनी भी बड़ी लापरवाही हो, जांच या सज़ा की नौबत नहीं आती।

अब सवाल सिर्फ गुफरान की मौत का नहीं, बल्कि उस पूरे सिस्टम का है जो मौत के बाद भी चुप है।आख़िर कब तक आस्था हॉस्पिटल का ये ‘मौत का धंधा’ यूं ही चलता रहेगा?

Saturday, 19 July 2025

बाराबंकी: जिला सरकारी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड डॉक्टरों की भारी कमी, गर्भवती महिलाओं को हो रही भारी परेशानी


 

     प्राइम भारत न्यूज

न्यूज डेस्क_ उस्मान चौधरी 


बाराबंकी। सरकारी जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल — जिला महिला चिकित्सालय और पुरुष चिकित्सालय — में अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी से मरीजों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है, जिन्हें समय पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही।

महिला अस्पताल में हर दिन बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं जांच के लिए आती हैं, मगर अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ न होने के कारण अधिकतर को या तो घंटों इंतजार करना पड़ता है या फिर निराश होकर वापस लौटना पड़ता है। महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. प्रदीप सिंह खुद अल्ट्रासाउंड करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, मगर एक सीमित समय और संसाधनों में वह केवल लगभग 80से लगभग 90 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हो जाता है

दूसरी ओर, पुरुष अस्पताल में स्थिति और भी चिंताजनक है। यहां एकमात्र अल्ट्रासाउंड तकनीशियन प्रशिक्षणरत लड़की है, जो अपनी सुविधा के अनुसार काम करती है और जब चाहे छुट्टी पर चली जाती है। मरीजों को लंबी कतारों और अनिश्चित प्रतीक्षा का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय जनता में आक्रोश स्थानीय लोगों और मरीजों में इस लापरवाही को लेकर काफी नाराज़गी है। लोगों का कहना है कि जब जिला स्तर के अस्पतालों में ही बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रहीं, तो फिर छोटे कस्बों और गांवों की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।

अब सवाल यह उठता है कि स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी इस गंभीर समस्या पर कब ध्यान देंगे? क्या बाराबंकी की जनता को यूं ही स्वास्थ्य सेवाओं की कमी का शिकार होना पड़ेगा?

जनता की मांग है कि तत्काल प्रभाव से योग्य अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाए ताकि गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को समय पर उचित जांच और इलाज मिल सके।

Wednesday, 16 July 2025

पैसों की भूख ने छीन ली बीटेक छात्र की ज़िंदगी, ब्लैकमेलिंग से टूटकर किया सुसाइड, प्रेमिका के परिजनों पर लगाए संगीन आरोप


 

    प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ मोहम्मद अहमद 


मां की पुकार: “बेटे को तो खो दिया, अब इंसाफ तो दिलाइए...रात भर नगर कोतवाली के बाहर बैठी रही मां, मगर पुलिस रही बेपरवाह


बाराबंकी। प्यार की आड़ में पैसों की भूख ने एक और मासूम की ज़िंदगी निगल ली। बीटेक का छात्र तुषार वर्मा लगातार ब्लैकमेलिंग और धमकियों से इस कदर टूट गया कि उसने अपनी जान दे दी। अंतिम सांसों तक उसने न्याय की गुहार लगाई—अपनी मौत से ठीक पहले एक वीडियो बनाया, जिसमें सीधे-सीधे प्रेमिका आराध्या वर्मा और उसके परिजनों को जिम्मेदार ठहराया। मगर अफ़सोस, वीडियो और आंखों में बेटे की तस्वीर लेकर रात भर थाने के बाहर बैठी मां की फरियाद भी पुलिस के कानों तक नहीं पहुंची। ब्लैकमेलिंग की पराकाष्ठा—30 लाख की मांग, जान से मारने की धमकी मृतक की मां सुषमा वर्मा ने बताया कि उनके बेटे तुषार को प्रेमिका आराध्या वर्मा और उसके पिता सतीश वर्मा समेत परिवार के अन्य सदस्यों ने लगातार फर्जी मुकदमे में फंसाने और बदनाम करने की धमकी दी। पहले डर के मारे 4-5 लाख रुपये दिए भी गए, मगर मांग बढ़ती गई और 30 लाख तक पहुंच गई। वीडियो में दर्ज हैं आख़िरी लफ्ज़—"मुझसे अब और नहीं सहा जाता..."15/16 जुलाई की रात तुषार ने अपनी जान देने से पहले वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो में उसने कहा कि लगातार हो रही प्रताड़ना और ब्लैकमेलिंग की वजह से वह आत्महत्या कर रहा है। "अगर मैंने कुछ किया तो मेरे पूरे परिवार को खत्म कर देंगे", ये शब्द तुषार ने मरने से पहले कैमरे में दर्ज किए। "कोतवाली में सिर्फ दीवारें सुनी गईं, मां की चीखें नहीं" पोस्टमार्टम के बाद भी जब पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की तो तुषार की मां सुषमा वर्मा आधी रात तक नगर कोतवाली के बाहर बैठी रहीं। हाथ में बेटे की आख़िरी वीडियो की कॉपी और आंखों में आंसुओं का सैलाब था। बार-बार पुलिस से एक ही गुहार—"हमें इंसाफ चाहिए। बेटे की जान के दोषियों को सज़ा दो।" कानून के रखवालों की चुप्पी—न्याय की आस में भटक रहा परिवार, पूरा परिवार ग़म के साथ-साथ अब न्याय के लिए लड़ाई लड़ रहा है। दो बहनों का इकलौता भाई तुषार अब इस दुनिया में नहीं रहा। लेकिन सवाल ये है कि जब पीड़िता खुद गवाही के सबूतों के साथ दरवाज़े पर खड़ी हो, तो भी पुलिस FIR दर्ज करने में हिचक क्यों दिखा रही है? क्या पुलिस का यही काम है कि पीड़ित को रात भर थाने के बाहर बैठाए रखे? या फिर अपराधियों की सिफारिशें और दबाव, इंसाफ की राह में दीवार बन रहे हैं? अब समय आ गया है कि ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई हो। वरना हर चुप्पी एक और मां की गोद उजाड़ देगी।

Saturday, 12 July 2025

नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' के पुनर्प्राप्त जन्मदिवस पर वैश्य समाज ने की विशेष पूजा—मुड़कटी देवी मंदिर में शिव अभिषेक कर मांगी लंबी उम्र की दुआ


 

  प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ ऋषभ सैनी 


बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री एवं वैश्य समाज के संरक्षक नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' के पुनर्प्राप्त जन्मदिवस के अवसर पर वैश्य समाज द्वारा भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर शहर के मुड़कटी देवी मंदिर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक कर नंदी जी की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की गई।

दरअसल, 12 जुलाई 2010 को प्रयागराज में शिव मंदिर की ओर जाते समय नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' पर बम से जानलेवा हमला हुआ था। इस घटना में उनके सुरक्षाकर्मी सहित दो लोगों की मृत्यु हो गई थी, जबकि मंत्री नंदी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस दर्दनाक घटना को वैश्य समाज नंदी जी का पुनर्जन्म मानता है और हर वर्ष इस दिन को पुनर्प्राप्त जन्मदिवस के रूप में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाता है।

इस वर्ष यह आयोजन बाराबंकी के मोहल्ला कानून गायन स्थित मुड़कटी देवी मंदिर में आयोजित किया गया। मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक एवं दुग्धाभिषेक कर विशेष पूजा अर्चना की गई। समाज के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पूरे श्रद्धाभाव के साथ भाग लिया।

कार्यक्रम में वैश्य समाज जिला अध्यक्ष उत्तम कुमार गुप्ता उर्फ मुन्ना गुप्ता, महिला जिला अध्यक्ष लक्ष्मी गुप्ता, जिला महामंत्री बी. जी. गुप्ता, अधिवक्ता दिलीप गुप्ता, संयोजक ओम गुप्ता, पवन कुमार जैन, पवन कुमार वैश्य, श्रीकांत सोनी, पंकज गुप्ता पंकी, आदर्श गुप्ता, नमन गुप्ता, प्रांशु गुप्ता सहित  समाज के अन्य सैकड़ों सदस्य शामिल रहे।

कार्यक्रम के माध्यम से वैश्य समाज ने यह संदेश दिया कि अपने नेताओं के संघर्षों और जीवन के विशेष क्षणों को याद रखना हमारी संस्कृति की पहचान है। इस अवसर पर एकता, श्रद्धा और समर्पण का अद्भुत संगम देखने को मिला।

बाराबंकी: जिला अस्पताल की डायलिसिस यूनिट बदहाल, इलाज की जगह बढ़ रहा इंतजार


 

    प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क _ उस्मान चौधरी 


मशीनें बार-बार हो रही खराब, मरीजों को निजी सेंटर जाने की मजबूरी


बाराबंकी। जिला अस्पताल में किडनी मरीजों के लिए संचालित डायलिसिस यूनिट में अव्यवस्थाएं इस कदर हावी हैं कि अब यह सेवा जीवन रक्षक कम, परेशानी बढ़ाने वाली ज्यादा साबित हो रही है। मशीनें या तो खराब हैं या बार-बार दिक्कत देती हैं, जिससे मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा।जानकारी के अनुसार अस्पताल में कुल 8 डायलिसिस मशीनें हैं, जिनमें से अधिकांश समय-समय पर तकनीकी खराबी से जूझती रहती हैं। इनका संचालन एक निजी एजेंसी — संजीवनी कंपनी द्वारा किया जा रहा है, लेकिन तकनीकी टीम की लापरवाही और मशीनों की अनदेखी मरीजों पर भारी पड़ रही है। मरीजों की हालत गंभीर, खर्च उठा पाना मुश्किल अस्पताल में जब सेवा नहीं मिलती, तो मरीजों को मजबूरी में निजी सेंटरों का रुख करना पड़ता है। वहां एक बार की डायलिसिस पर तीन से पांच हजार रुपये तक का खर्च आता है। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए यह बेहद कठिन है।


👉 व्यवस्था भी बेहाल

डायलिसिस यूनिट के भीतर पंखा, एसी और वेंटिलेशन जैसी मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से उपलब्ध नहीं हैं। कई बार मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, और जब नंबर आता है तो मशीन खराब निकलती है।


👉 प्रशासनिक हस्तक्षेप की दरकार

बार-बार शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अस्पताल स्टाफ भी कई बार तकनीकी टीम की लापरवाही को लेकर नाराजगी जता चुका है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिम्मेदार अधिकारी कब तक आंखें मूंदे रहेंगे?

अब जरूरत है कि जिलाधिकारी स्वयं मामले का संज्ञान लें, और डायलिसिस यूनिट की कार्यप्रणाली की समीक्षा करें।

यह सिर्फ एक व्यवस्था की बात नहीं, बल्कि उन सैकड़ों मरीजों के जीवन से जुड़ा मुद्दा है, जो हर हफ्ते इसी यूनिट पर आश्रित हैं।

Thursday, 10 July 2025

चलते ई-रिक्शा में चेन स्नैचिंग: सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल!


 

           प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क _ ऋषभ सैनी/अवनीश गुप्ता


💥 फाउंडेशन स्कूल के पास महिला से सोने की चेन लूटी, जिला अस्पताल में भी हो चुकी है बड़ी चोरी — अपराधियों के हौसले बुलंद, पुलिस बेखबर


बाराबंकी। शहर में चोरी और लूट की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं। महिलाओं से चेन स्नैचिंग और बाइक चोरी जैसी वारदातें लगातार सामने आ रही हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन अब तक सिर्फ कागज़ी कार्रवाई तक सीमित नजर आ रहा है। गुरुवार रात कोतवाली क्षेत्र में फाउंडेशन स्कूल के पास एक महिला से चलते ई-रिक्शा में चेन स्नैचिंग की सनसनीखेज वारदात हुई।


उत्तराखंड निवासी सरला मौर्या, पत्नी शिव मौर्या, अपने दामाद योगेश मौर्या, निवासी आवास विकास कॉलोनी, के घर आई हुई थीं। शाम करीब 7 बजे वह पल्हरी चौराहे से ई-रिक्शा में सवार होकर घर जा रही थीं। पीड़िता के मुताबिक, जैसे ही रिक्शा फाउंडेशन स्कूल के पास पहुँचा, तभी सफेद रंग की बाइक से एक युवक आया और चलते रिक्शा से उनकी सोने की चेन झपटकर तेज़ी से फरार हो गया।पीड़िता ने थाना कोतवाली नगर में घटना की तहरीर दी है।

यह पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले ही जिला अस्पताल में महिला से लाखों के जेवर टप्पेबाजों ने पार कर दिए थे, लेकिन अपराधियों का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका।वहीं आवास विकास कॉलोनी में एक पत्रकार के परिजन के साथ भी चेन स्नैचिंग की वारदात हो चुकी है।इसके अलावा, अभी हाल ही में पल्हरी चौराहे के पास एक बाइक चोरी की घटना ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस की लचर गश्त और ढीली पकड़ ने अपराधियों को खुली छूट दे दी है। अब देखना होगा कि पुलिस कब तक इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करेगी।



Wednesday, 9 July 2025

एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत पत्रकारों ने किया वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प


 
   प्राइम भारत न्यूज 
न्यूज डेस्क_ अवनीश गुप्ता 



बाराबंकी। "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत ग्वारी  रोड पर पत्रकारों ने एकजुट होकर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अभियान के दौरान पत्रकारों ने न सिर्फ पौधारोपण किया बल्कि यह भी संकल्प लिया कि वे लगाए गए हर पौधे की नियमित देखभाल करेंगे और इसे एक वृक्ष के रूप में विकसित होते देखेंगे।
कार्यक्रम में पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय वर्मा 'पंकज' ने कहा कि, "वृक्ष केवल प्रकृति की शोभा नहीं, बल्कि जीवनदायिनी शक्ति हैं। हर व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ अपनी मां के नाम पर जरूर लगाना चाहिए।"
वरिष्ठ पत्रकार नितेश मिश्रा ने इसे भावनात्मक जुड़ाव से जोड़ते हुए कहा कि जब हम किसी पौधे को मां के नाम समर्पित करते हैं, तो उसमें सेवा और संरक्षण की भावना अपने आप आ जाती है।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार राहुल त्रिपाठी ने वृक्षों को अगली पीढ़ियों के लिए धरोहर बताया और कहा कि आज का यह छोटा प्रयास कल एक बड़े बदलाव का माध्यम बन सकता है।
इस अभियान में पत्रकार ऋषभ सैनी, मोहम्मद अहमद, अरशद जमाल, अवनीश गुप्ता, उस्मान चौधरी, सोहेल अंसारी और अंकित मिश्रा सहित कई पत्रकारों की उपस्थिति रही, जिन्होंने इस नेक कार्य में हिस्सा लेकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया।
वृक्षारोपण अभियान न केवल पर्यावरण के लिए एक आवश्यक कदम है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुंदर भविष्य की नींव भी रखता है। पत्रकारों का यह प्रयास निश्चित रूप से समाज में सकारात्मक संदेश देगा और अन्य लोगों को भी प्रेरित करेगा।


Sunday, 6 July 2025

नबीगंज की सड़कों ने खोल दी विकास के दावों की पोल, जनता बेहाल


 

    प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ मोहम्मद अहमद 


"शहर के मध्य में बसी बस्ती, सुविधाओं के लिए फिर भी तरसती — कब आएगा स्थायी समाधान?"


बाराबंकी। शहर के हृदयस्थल माने जाने वाले नबीगंज मोहल्ले की सड़कें इन दिनों आम जनमानस के लिए परेशानी का कारण बनी हुई हैं। एक ओर सरकार एवं स्थानीय निकायों द्वारा शहरी विकास के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नबीगंज जैसे क्षेत्रों की जमीनी हकीकत इन दावों की समीक्षा की मांग कर रही है।


नबीगंज, राहत नगर और आसपास के मोहल्लों में निवासरत नागरिकों ने बताया कि क्षेत्र में सड़कें लंबे समय से जर्जर स्थिति में हैं। बरसात के मौसम में यह सड़कें कीचड़ और जलभराव से इस कदर भर जाती हैं कि बच्चों का स्कूल जाना, बुजुर्गों का बाहर निकलना और बीमार व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचाना चुनौती बन गया है।

स्थानीय नागरिकों — मोहम्मद असद खान, इरशाद, रिजवान, शाकिब, फिरोज, अब्दुल हाफिज आदि — का कहना है कि समस्याओं को लेकर वे कई बार संबंधित विभागों को अवगत करा चुके हैं, किंतु समाधान आज भी प्रतीक्षित है।


इससे इतर, कुछ नागरिकों द्वारा यह भी संकेत दिए गए कि कुछ क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर कार्य होते हैं, जबकि बाकी मोहल्लों की अनदेखी की जाती है। ऐसे में विकास कार्यों में समरसता एवं पारदर्शिता बनाए रखने की आवश्यकता अनुभव की जा रही है।


पूर्व में नगर निकाय से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण और ठेका प्रक्रिया को लेकर उठाए गए सवाल भी जन चर्चा का विषय बने रहे हैं। हालांकि इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है, फिर भी नागरिक उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में कार्य प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही देखने को मिलेगी।


नबीगंज की स्थिति यह स्पष्ट रूप से इंगित करती है कि नगर पालिका परिषद नवाबगंज के समक्ष शहरी बुनियादी ढांचे की बेहतरी एक बड़ी चुनौती है। नागरिकों ने जिलाधिकारी श्री शशांक त्रिपाठी से अपेक्षा की है कि वे स्वयं क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश प्रदान करें, ताकि आमजन को राहत मिल सके।जनता का कहना है कि उनका विश्वास तब ही बहाल होगा, जब समस्याओं का समाधान फाइलों से निकलकर जमीन पर दिखाई देगा।




Wednesday, 2 July 2025

बाराबंकी में सिविल लाइन चौकी के पास भीषण सड़क हादसा, लखनऊ निवासी की मौके पर दर्दनाक मौत

 


  प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क _ लकी गुप्ता


बाराबंकी। शहर के बस स्टॉप के निकट सिविल लाइन इलाके में बुधवार की दोपहर एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा सामने आया। बस स्टॉप के पास, सिविल लाइन चौकी से महज कुछ कदमों की दूरी पर एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने पैदल जा रहे लखनऊ निवासी हरिकृष्ण तिवारी को रौंद डाला। टक्कर इतनी भीषण थी कि हरिकृष्ण तिवारी का सिर फट गया और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हरिकृष्ण तिवारी किसी  कार्य से बाराबंकी आए थे और बस स्टॉप की ओर जा रहे थे। उसी समय एक अनियंत्रित ट्रक ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मारी। टक्कर लगने के बाद ट्रक उनके ऊपर से गुजर गया, जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सिविल लाइन चौकी की पुलिस मौके पर पहुँची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

सिविल लाइन चौकी इंचार्ज संजय यादव ने जानकारी देते हुए बताया की फरार ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी गई है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मृतक की पहचान लखनऊ निवासी हरिकृष्ण तिवारी के रूप में हुई है। परिजनों को सूचना दे दी गई है और आगे की विधिक कार्यवाही की जा रही है।


पूर्व राज्य मंत्री ने की भाजपा कार्यालय में संगठनात्मक बैठक, 2027 में फिर भाजपा सरकार बनाने का लिया संकल्प


 प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ आसिफ


बाराबंकी। भारतीय जनता पार्टी को 2027 के चुनाव में और अधिक मज़बूती देने के उद्देश्य से पूर्व राज्य मंत्री व हिन्दुस्तान पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नानकदीन भुर्जी जैदपुर मंडल भाजपा कार्यालय पहुंचे। इस अवसर पर मंडल उपाध्यक्ष अलीम राईन की अगुवाई में पार्टी पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर व साल उढ़ाकर मंत्री का भव्य स्वागत किया।

बैठक के दौरान पूर्व मंत्री भुर्जी ने 2027 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बूथ स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने रनर प्रत्याशी अमरीश रावत व नवनियुक्त मंडल अध्यक्ष प्रेम प्रकाश द्विवेदी को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को घर-घर तक भाजपा की नीति और कार्यशैली पहुंचानी होगी, जिससे एक बार फिर प्रदेश में भाजपा सरकार का गठन हो।

चर्चा के उपरांत मंत्री ने त्वरित रूप से गढ़ी राजमऊ पहुंचकर "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया।

इस मौके पर सुऐब राईन, इस्लाम अंसारी, सरताज चौधरी, अब्दुर्रहीम, जुनैद राईन, आलम दर्जी, सईद दर्जी, रेहान सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

 

Tuesday, 1 July 2025

अपराधियों पर प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी की ताबड़तोड़ कार्रवाई: ट्रांसफार्मर चोर गैंग का भंडाफोड़, भारी मात्रा में तांबे का तार और केबिल बरामद


   प्राइम भारत न्यूज 

न्यूज डेस्क_ मोहम्मद अहमद


देवा, बाराबंकी। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए बाराबंकी पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। इसी क्रम में थाना देवा के प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मंगलवार को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए शातिर ट्रांसफार्मर चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। गश्त और चेकिंग के दौरान पुलिस टीम ने कुर्सी रोड नहर पुल, कस्बा देवा से दो अभियुक्तों— शिवकमल पुत्र रामलखन (निवासी ग्राम अड़ौरा, थाना देवा) और कृष्ण गोपाल पुत्र अरुण कुमार (निवासी ग्राम पकडी शुक्ल, थाना इटवा, जनपद सिद्धार्थनगर) —को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त पिकप वाहन, 4 ट्रांसफार्मर, 03 कुन्तल 10 किलो तांबे का तार और कटी हुई प्लास्टिक केबिल बरामद हुई। पूछताछ में अभियुक्तों ने कबूल किया कि वे लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग पर बीबीडी के पास स्थित एक गोदाम से ट्रांसफार्मर और केबिल चोरी कर लाए थे, और केबिल काटकर तांबा अलग कर कबाड़ में बेचते थे। अभियुक्तों ने पूर्व में भी इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। उनके आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ थाना देवा में मुकदमा अपराध संख्या 370/2025 धारा 317(2)/317(4) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी की तेजतर्रार कार्यशैली और तत्परता से अपराधियों में दहशत का माहौल है और क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है।बरामदगी का ब्यौरा: 4 ट्रांसफार्मर, 03 कुन्तल 10 किलोग्राम तांबे का तार, प्लास्टिक की कटी हुई केबिल, घटना में प्रयुक्त पिकप वाहन, पुलिस टीम का नाम: प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी, उप निरीक्षक छट्ठू चौधरी, उप निरीक्षक अखिलेश प्रजापति, कांस्टेबल आलोक कुमार तिवारी, कांस्टेबल सूरज जायसवाल, देवा पुलिस की यह कार्रवाई थाना प्रभारी अजय कुमार त्रिपाठी की सख़्त निगरानी और कुशल नेतृत्व का प्रमाण है, जिन्होंने लगातार सक्रिय रहते हुए अपराधियों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

 

कोतवाली में ईमानदारी और सख़्ती का नया अध्याय, अपराधियों में खौफ, आमजन में विश्वास

    प्राइम भारत टाइम्स  संवाददाता मोहम्मद अहमद  देवा, बाराबंकी। देवा कोतवाली में इन दिनों कानून-व्यवस्था का ऐसा नज़ारा देखने को मिल रहा है ज...